बुधवार, 21 जून 2017

निराशावादी होना घातक

गलतियाँ करना मानव का स्वभाव होता है, न चाहते हुए भी इन्सान बहुत सी गलतियाँ कर देता है | गलतियों की वजह ढूढने लगते है, गलतियाँ कही किसी डर की वजह से तो नहीं होता है | बहुत से कार्य में बहुत बार हम फैसला नहीं कर पाते है कि आगे क्या करना है | आज हम बता रहे है ऐसे विचारों के बारे में जो कैरियर और जीवन में आगे बढ़ने से रोकते है | इन बाधाओं को रोक लिया जाय तो आप आगे ही आगे बढ़ते जायेंगे |
  • ·        गलती होने के डर को निकाल दीजिए, कुछ नया करने का जोखिम लीजिए | गलतियाँ आपको कई सबक सिखाती है, इसलिए काम शुरू करने से पहले ही गलतियों के बारे में पूर्वाग्रह से ग्रसित न होइए | इससे डर पैदा होता है | डरने की आवश्यकता भी नही है, क्योंकि हो सकता है कि सबसे बड़ी गलती आपके इस डर की वजह से ही हो जाए, इसलिए अपनी क्षमताओं पर कभी भी संदेह न करें |
  • ·        सही समय पर और तुरंत निर्णय करना काफी महत्वपूर्ण है | समय निकल जाने के बाद कुछ नहीं किया जा सकता है | सही समय पर निर्णय करने से आप वह कर पाएंगे जो आप सोच रहे है, बिना अमल के विचार किसी काम के नहीं है |
  • ·        कुछ फैसले करने से पहले अन्य लोगों की राय लेने की जरुरत महसूस होती है, लेकिन कैरिअर के मामले में यह फैसला अपने लक्ष्यों-उद्देश्यों और दिलचस्पी को देखते हुए ही करना चाहिए | जो भी क्षेत्र या काम आपको पसंद हो उसे करने के लिए पूरी ताकत लगाइए | आपका जोश ही आपको सफलता दिला सकता है |
  • ·        इस बात की चिंता मत करिए की आपको कौन क्या कह रहा है, आपके बारे में अन्य लोग क्या विचार रखते है | क्योंकि ऐसे अधिकांश लोग आपके जीवन का हिस्सा होते ही नहीं है | उन्हें आपके बारे में बहुत कम जानकारियां या दिलचस्पी होती है | महत्वपूर्ण यह है की आप अपने बारे में क्या सोचते है |
  • ·        ख़ुद में निवेश कीजिये, इस तरह आप कभी हारेंगे नहीं | समय के साथ आपमें और आपके जीवन में बदलाव आयेंगे | जितना समय और पैसा आप नया ज्ञान और जानकारियां अर्जित करने में लगायेंगे उतना ही आपका जीवन नियंत्रित होता जायेगा |
  • ·        ईमानदारी से जीवन जीने से मन शांत और सुखद बना रहता है, जिससे विचारों में सकारात्मक भाव उत्त्पन्न होते है | सफलता का मूल मन्त्र यही है की शांत चित्त से कोई काम ईमानदारी से किया जाय |


क्या अलग करते है सफल लोग .........
लोग कैसे लगातार एक के बाद एक सफलता हासिल करते जाते है ? वो ऐसा क्या करते है ? आप कैसे उनसे प्रेरणा ले सकते है | जानते है ऐसे कुछ तरीकों और आदतों के बारे में जो सफलता की ओर ले जाती है |
  • ·        सफल लोग सफलता के लिए सिर्फ काम और मेहनत ही नहीं करते उसका आकलन भी करते है | वे अपने कामों को लगातार जांचते रहते है | दूसरों की सलाह भी लेते है, इस तरह उन्हें पता होता है कि आगे क्या करना है और कहाँ गलती हो गई | जब तक आप अपने काम का आकलन और जाँच नहीं कर लेते, आप उसे नियंत्रित भी नहीं कर सकते |
  • ·        कई बार हम नियमित और रोजमर्रा के काम करने में इतना ज्यादा आदि हो जाते हैं कि दूसरा काम करना और अपने दायरे के बहार जाना पसंद नहीं करते | इस चक्कर में अवसर आते है और निकल जाते हैं | कोई मौका आता है तब उसे पकड़ने के लिए आगे कदम नहीं बढ़ा पाते | हमे भ्रम हो जाता है कि इसके लिए खास तरह की योग्यता और ज्ञान की जरुरत है | हम असहज हो जाते है और अक्सर निकल जाता है, जबकि सच्चाई यह है कि कोई भी आदमी कभी भी किसी अवसर को आजमाने के लिए सौ प्रतिशत तैयार  नहीं होता | सफल व्यक्ति अपने कम्फर्ट जोन से बहार निकलता है, जोखिम लेता है, नई चीजें सीखता है और आगे निकल जाता है |
  • ·        कई बार हमारी दिनचर्या काफी ब्यस्त होती है | कई तरह की मीटिंग्स, फोन काल्स ,ई मेल ,के जबाब और रोजाना के काम उन्हें लगातार व्यस्त रखते है | व्यस्त दिनचर्या महत्वपूर्ण होने का एहसास भी कराने लगाती है | लेकिन यश कभी कभी यह सिर्फ भ्रम होता है | इसका समाधान है – थोड़ा रुकिए, अपने लक्ष्यों और उद्देश्यों को दोहराइए, जो जरुरी हो उसे सबसे पहले करिए| एक समय में एक ही कार्य कीजिय |
  • ·        मुश्किल से मुश्किल काम भी अगर कई छोटे छोटे हिस्सों में बांटकर किया जाय तो वह आसान हो जाता है | जैसे अगर आप ख़ुद को बदलना चाहते है तो छोटे, सकारात्मक और लगातार बदलाव कीजिये | यह आपमें उत्साह पैदा कर सकती है और आप सफलता की ओर बढ़ने लगते है |



मानव मन को गहराई से समझने और कमजोरियों को दूर करने के बिंदु

  • ·        जीवन में संतुष्टि और ख़ुशी हासिल करने के कई रास्ते हो सकते है | कोई आपके रास्ते पर नहीं चल रहा है तो इसका यह  मतलब नहीं कि वह अपने लक्ष्य से भटक गया है |
  • ·        गलतियाँ बताने वाले दोस्त ही अच्छे होते है | कमजोरियां बताकर वे आपके व्यक्तित्व के छुपे खजाने के बारे में बताते है, इसलिए उनका सम्मान करना चाहिए |
  • ·        मुश्किल खड़ी करने वाले लोगों पर गुस्सा न करें क्योंकि समस्याओ का सामना करने से आतंरिक शक्ति विकसित होती है | सहिष्णुता और धैर्य दिखाने का मौका भी मिलता है |
  • ·        प्रसन्नता कहीं बाहर से नहीं आती है, यह आपके अपने कर्मो से ही पैदा होती है |
  • ·        करुणा का संबंध धार्मिक विश्वास से नहीं है | यह मानवीय है और हमारी शांति और मानसिक स्थिरता के लिए जरुरी है | करुणा के बिना मनुष्य का अस्तित्व संभव नहीं है |
  • ·        हर कष्ट का कारण अज्ञानता है | ख़ुशी पाने की अपनी लालसा में हम दूसरों को कष्ट पहुंचाते है |
  • ·        समस्याओं को अपनी ताकत बनाएं, वे कितनी भी गंभीर और कष्टदायी क्यों न हो, बेहतर की उम्मीद बनाए रखें | यदि हम आशा करना छोड़ दें तो यही सबसे बड़ी गलती है |
  • ·        रिश्ते जरूरतों पर आधारित नहीं होते | सर्वश्रेष्ठ रिश्ते वही होते हैं जिनमे दोनों पक्षों के बीच प्रेम उनकी जरूरतों से ज्यादा होता है |
  • ·        चिंता किसी समस्या का समाधान नहीं है |यदि किसी मुश्किल का हल निकल सकता है तो उसके लिए चिंता क्यों करें | यदि हल नहीं निकल सकता है तो चिंता करके भी कोई फायदा नहीं |
  • ·        जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य दूसरों की मदद करना है | यदि आप किसी का मदद नहीं कर सकते तो कम से कम उनके लिए कोई मुश्किलें मत खड़ा कीजिये |
  • ·        यदि ख़ुद से प्यार नहीं करते है तो आप दूसरों से भी प्यार नहीं कर सकते | अपने लिए करुणा न हो तो दूसरो के लिए भी करुणा नहीं दिखा सकते | 

                                                                                                          जय सिंह

वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी 

बुधवार, 7 जून 2017

ऐमेज़ॉन का ट्रायपोलर क्रियेटिव ऐश ट्रे

एक महिला मित्र ने  ऐमेज़ॉन का ट्रायपोलर क्रियेटिव ऐश ट्रे बेचने को लेकर मनुष्य की   ओछी मानसिकता और समाज की हर कुंठा का समाधान है योनि शीर्षक से लेख लिखी
है जो आप पढ़ सकते है 

एक लड़का एक लड़की को पसंद करता है। लड़की पसंद नहीं करती तो लड़का उसका बलात्कार करके अंगभंग कर देता है और फिर उसके सिर को गाड़ी से कुचल देता है। एक लड़की बहुत बहादुर बनती है, छींटाकशी बर्दाश्त नहीं करती तो उसे शाम में ऑफिस से लौटते वक्त सबक  सिखाया  जाता है और उसका बलात्कार हो जाता है। दो घरों में दुश्मनी होती है, तोड़फोड़ होती है, आग लगायी जाती है। इससे बदला पूरा नहीं होता तो उन घरों की महिलाओं का बलात्कार हो जाता है। दुश्मन घर की महिलाओं की योनि में घुस जाना ही जीत का प्रतीक है। लड़कियां शौच के लिए जाती हैं तो बलात्कार हो जाता है और वो नीम के पेड़ की शोभा बन जाती हैं। लड़कियां स्कूल के लिए जाती हैं तो बलात्कार हो जाता है और सड़क पर फेंक दी जाती हैं।
बांग्लादेश के विभाजन की लड़ाई में पाकिस्तानी सेना बांग्ला महिलाओं की योनि में घुसकर विजयी पताका फहरा रही थी। ये अचूक तरीका था जिससे बांग्लादेश कभी विभाजित नहीं हो सकता था क्योंकि उन औरतों के गर्भ में पल रहे हज़ारों बच्चे पाकिस्तानी  योद्धाओं के थे। बोको हरम को पश्चिमी सभ्यता और शिक्षा से आपत्ति होती है तो 276 स्कूली लड़कियां अगवा कर ली जाती हैं जो कभी वापस नहीं आतीं। 

इस समाज को हर समस्या का रामबाण इलाज मिल गया है। हर कुंठा का समाधान है योनि। यहीं आकर इस ब्रह्मांड को असीम सुख की प्राप्ति होती है। क्रोध, दंभ, अहंकार, प्रतिशोध, हिंसा, नफ़रत और अनंत सुख के आग की पराकाष्ठा यहीं आकर शांत होती है। भारत ने 104 उपग्रह ब्रह्मांड में पहुंचा दिये पर मंगल ग्रह तक पहुंच चुका समाज अब भी योनि में ही घुसने की होड़ लगा रहा है। 

मुस्कुराती लड़कियों को प्रमाणपत्र मिल जाते हैं और बोल्ड लड़कियों को उपलब्ध मान लिया जाता है। हम वहां नारीवादी हो रहे हैं जहां रेप के वीडियो ;आगरा में  150 रुपये में धड़ल्ले से बिक रहे हैं और लोग उत्सुकतावश खरीद रहे हैं। अब उन्हें साधारण पॉर्न नहीं देखनाए रेप वाला चाहिए। 

ऐमेज़ॉन एक ऐश ट्रे बनाता है जिसे ट्रायपोलर क्रियेटिव ऐश ट्रे नाम दिया जाता है। इस ट्रे में एक महिला नग्न अवस्था में लेटी हैए आपकी सिगरेट जैसे-जैसे खत्म होगी, उसकी राख को अलग करने के लिए आप उसे उसकी योनि में डालेंगे। रॉड, बोतलें, लाठियां सब घुसायी जाती रही हैं। आपकी मर्ज़ी है, आप वो कर सकते हैं जिससे आपको सुकून मिले। महिलाएं कर ही क्या पाती हैं चिल्लाने के सिवा। ब्रह्मा ने जब सृष्टि की रचना की तो औरतों का सर्वस्व निर्धारण करने का अधिकार आपको ही दिया था।

ख़ैर, जब बोतल से लेकर लाठी तक वहां घुसायी जा सकती है तो सिगरेट क्यों नहीं! यही है इस ट्रे की क्रियेटिविटी। मैं सोच भी नहीं पा रही हूं कैसे किसी व्यक्ति ने ऐश ट्रे के इस मॉडल का प्रपोज़ल रखा होगा और किस मंशा के तहत टीम ने उसे अनुमति दी होगी। इसे किस आधार पर रचनात्मक कहने की ज़हमत उठायी गयी है! हाड़.मांस के लोथे के अलावा औरतों का कोई वजूद नहीं है,  हम सिर्फ़ भोग्या हैं! क्या आपको आनंद विभोर करने के अतिरिक्त हमारे हिस्से कोई काम नहीं आया! क्या आपकी इस तृष्णा मात्र के लिए ही हम आपके पूरक हैं! शर्म आती है ऐसी रचनात्मकता पर! लानत है उस पूरी टीम पर जिसने इसे पास कर बाज़ार में उतारने की अनुमति दी। जिस समाज को योनि में आकर ही सुकून मिलता है उसे आप न घर.परिवार की दुहाई देकर सुधार सकते हैं और न सेक्स एजुकेशन देकर। 

बधाई हो! आपकी रचनात्मकता ने हमारे पास कोई विकल्प नहीं छोड़ा है ....

शर्म आनी चाहिए येसी गलत मानसिकता और महिलाओ के प्रति असम्मान जनक कार्य करते हुए | हमारे समाज में नारी की पूजा होती है और उसी समाज में महिलाओ के सम्मान और भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जाता है | ऐसे दोहरे चरित्र वाले समाज के ऊपर लानत है , और लानत है ऐमेज़ॉन कम्पनी के टीम पर जो ऐसी वस्तुए बनाता है | ऐमेज़ॉन कम्पनी के ऊपर केस होनी चाहिए और इस कम्पनी को बंद करने का पुरजोर समर्थन होना चाहिए |

जय सिंह